5 SIMPLE TECHNIQUES FOR BAGLAMUKHI SHABHAR MANTRA

5 Simple Techniques For baglamukhi shabhar mantra

5 Simple Techniques For baglamukhi shabhar mantra

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जिव्हा खिंच लो शत्रु की सारी, बोल सके न बिच सभारी तुम मातु मैं दास तुम्हारा,

चन्द्रोद्-भासित-मूर्धजां रिपु-रसां मुण्डाक्ष-माला-कराम् ।

ॐ बगलामुखी महाक्रूरी शत्रू की जिह्वा को पकड़कर मुदगर से प्रहार कर , अंग प्रत्यंग स्तम्भ कर घर बाघं व्यापार बांध तिराहा बांध चौराहा बांध चार खूँट मरघट के बांध जादू टोना टोटका बांध दुष्ट दुष्ट्रनी कि बिध्या बांध छल कपट प्रपंचों को बांध सत्य नाम आदेश गुरू का।



When chanting or practising Shabar Mantras, specific recommendations and demands must be followed to take care of satisfactory target, devotion, and regard to the exercise.

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं read more कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद स्वाहा॥

This means: The bija mantra for divine Vitality and focus. Additionally, it refers to Saraswati, the goddess of information and arts.

पर – प्रज्ञापहारीं तां, पर – गर्व – प्रभेदिनीम् ।

एवं ध्यात्वा परेशानि! बगला-कवचं स्मरेत् ।।४ श्रीबगला-खड्ग-माला-स्तोत्रोक्त्त ध्यान

प्रसन्नां सुस्मितां क्लिन्नां, सु-पीतां प्रमदोत्तमाम् । सु-भक्त-दुःख-हरणे, दयार्द्रांं दीन-वत्सलाम् ।

गदा, २. पाश, ३. वज्र और ४. शत्रु की जीभ धारण किए हैं, दिव्य आभूषणों से जिनका पूरा शरीर भरा हुआ है-ऐसी तीनों लोकों का स्तम्भन करनेवाली श्रीबगला-मुखी की मैं चिन्ता करता हूँ।

ॐ ह्रीं बगलामुखि! जगद्वशंकरी! मां बगले प्रसीद-प्रसीद मम सर्व मनोरथान पूरय-पूरय ह्रीं ॐ स्वाहा।

अनमिल आखर अरथ न जापू। प्रगट प्रभाउ महेस प्रतापू॥

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